Ganesh Bhajan

गजानन्द महाराज आज मेरी नैया पार लगा देना [2]

नैया पार लगा देना मेरी नैया पार लगा देना 

गजानन्द महाराज----[1]

रणत भंवर घढ़ धाम निराला भक्तो को दिखला देना  [2]

भक्तो को दिखला देना,मेरी नैया पार लगा देना 

गजानन्द महाराज----[2]

माँ गोरा के प्यारे लाडले शंकर सुत कहलाते हो [2]

शंकर सुत कहलाते हो देवा शंकर सुत कहलाते हो 

गजानन्द महाराज----[3]

एक दन्त गजवदन विनायक विद्या के भंडार हो तुम  [2]

विद्या के भंडार हो देवा मुक्ति के दातार हो तुम 

गजानन्द महाराज----[4]

लखन लाल चरनारो चाकर चरणों मै अपना लेना [2]

श्री चरणों मै जगा देना मेरी नैया पार लगा देना

गजानन्द महाराज----[5]

ganesh bhajan

      Ganesh Bhajan

             Conciusion-  Ganesh bhajan lyrics

Ram Bhajan lyrics

 दुनिया चले न श्री राम के बिना,राम जी चले न हनुमान के बिना 2

राम जी चले न हनुमान के बिना [2]

दुनिया----[1] 

जब से रामायण पढली है एक बात मैंने समझ ली है 

रावन मरे न श्री राम के बिना लंका जले न हनुमान के बिना [2]

दुनिया----[2] 

लक्ष्मण का बचना मुश्किल था कोन बूटी लाने के काबिल था 

लक्ष्मण बचे न श्री राम के बिना बूटी मिले न हनुमान के बिना [2]

दुनिया----[3] 

सीता हरण की कहानी सुनो वनवारी मेरी जुबानी सुनो 

सीता मिले न श्री राम के बिना पता चले न हनुमान के बिना [2]

दुनिया----[4] 

बैठे सिंहासन पे श्री राम जी चरणों में उनके हनुमान जी 

मुक्ति मिले न श्री राम के बिना भक्ति मिले न हनुमान के बिना [2]

दुनिया----[5] 

Ram Bhajan lyrics

    Ram Bhajan lyrics

         Conciusion-  Ram Bhajan lyrics


 

Hanuman Bhajan

                             दोहा

ओ हनुमान विराजियो,मै कथा कहू चितलाई 

आप पायक श्री राम के,प्रभु हम चरणन के दास 


बाला जी हो म्हारा बालाजी [2] 

थारी जय हो पवन कुमार बजरंग बालाजी 

हो थाने सुमरा अंजलिरा लाल बजरंग बालाजी 

थारी जय हो----[1]

शनिवार रो जन्म कहिजे बाला [2] 

थारी पूजा मंगल वार,बजरंग बालाजी 

हो थाने सुमरा पवन कुमार बजरंग बालाजी 

थारी जय हो----[2]

तेल सिंदूर थारे अंग लगे बाला [2] 

थाने चढे चढे सवामणि भोग,बजरंग बालाजी 

हो थाने सुमरा पवन कुमार बजरंग बालाजी 

थारी जय हो----[3]

माँ अंजलिरा लाडला बाला [2] 

थे तो राम जी रा कहिजो दास,बजरंग बालाजी 

हो थाने अंजलिरा लाल बजरंग बालाजी 

थारी जय हो----[4]

लंका जाये सिया सुधि लाये बाला [2] 

थे तो राम जी रा सारिया सग्लिया काज,बजरंग बालाजी 

हो थाने सुमरा पवन कुमार बजरंग बालाजी 

थारी जय हो----[5]

चेन सिंह चरणा रो चाकर बाला [2]

 म्हणे दो भक्ति वरदान,बजरंग बालाजी 

हो थाने सुमरा पवन कुमार बजरंग बालाजी 

थारी जय हो----[6]

Hanuman Bhajan

     Hanuman Bhajan

           Conciusion-  Hanuman Bhajan


Ganesh Bhajan

 है गणपति गजानन्द मेरे द्वार तुम पधारो [2]

बिगड़ी मेरी बनाके मेरा भाग्य तुम संवारो  [2]

है गणपति----[1] 

शुभ लाभ के हो दाता [2] तुम भाग्य के विधाता 

मर्जी बिना तुम्हारे धनधान कुछ न आता [2]

नैया फंसी भंवर में [2] उसे पार तुम उतारो 

बिगड़ी मेरी बना के मेरा भाग्य तुम संवारो [2]

है गणपति----[2]

निर्बल को देते काया [2] निर्धन पर करते छाया 

देवो में अग्रणी तुम जग तुम में ही समाया [2]

है ज्ञान का है दर्पण [2] मुझको भी तो उबारो 

बिगड़ी मेरी बना के मेरा भाग्य तुम संवारो [2]

है गणपति----[3]

जानू न पाठ जब तक[2] कैसे तुझे मनाऊ

तेरी महिमा गाकर भगवन तुझको तो में रिझाऊ [2]

रिद्धि सिद्धि संग विनायक [2] मेरी प्राथना स्वीकारो

बिगड़ी मेरी बना के मेरा भाग्य तुम संवारो [2]

है गणपति----[4]

ganesh bhajan

    Ganesh Bhajan

          Conciusion-  Ganesh bhajan lyrics

    

Krishna Bhajan

 ये तो प्रेम की बात है उधो,बंदगी तेरे बस की नहीं है [2]

प्रेम वालो ने कब वक्त पूछा,उनकी पूजा में सुन ले रे उधो [2]

यहाँ दम दम पे होती है पूजा,सर झुकाने की फुर्सत नहीं है 

ये तो प्रेम----[1]

जो असल में है मस्ती में डूबे,उन्हें क्या परवाह जिन्दगी की [2]

जो उतरती है चढ़ती है मस्ती, वो असल में मस्ती नहीं है 

ये तो प्रेम----[2]

जिनकी नजरो में होते  है प्यारे ,वो तो रहते है जग से निराले [2]

जिनकी नजरो में मोहन समाये,वो नजर फिर तरसती नहीं है 

ये तो प्रेम----[3]

krishna bhajan

     Krishna Bhajan

                Conciusion-  Krishna Bhajan lyrics







Krishna Bhajan

 मेरा छोड़ दे दुप्पटा नन्दलाल,सवेरे दही लेके आउंगी [2]


न माने तो मेरी चुनर रख ले[3]

जा में सितारा जड़ा है हजार,सवेरे दही लेके आउंगी 


मेरा छोड़ दे दुप्पटा नन्दलाल,सवेरे दही लेके आउंगी [2]


न माने तो मेरा हारवा रख ले [3]

जा में हिरा जडे है हजार,सवेरे दही लेके आउंगी 


मेरा छोड़ दे दुप्पटा नन्दलाल,सवेरे दही लेके आउंगी [2]


न माने तो मेरा कंगना रख ले [3]

जा में मोती जड़े है हजार,सवेरे दही लेके आउंगी 


मेरा छोड़ दे दुप्पटा नन्दलाल,सवेरे दही लेके आउंगी [2] 

krishna bhajan

    Krishna Bhajan

               Conciusion-  Krishna Bhajan lyrics





Ganesh bhajan

छोड़ो छोड़ो ये घर का झमेला,आया गणपति का मेला  [2]

इस मेले में गणपति जी आये,संग में अपने रिद्धि सिद्धि लाये 

देखो कोई न आया अकेला,आया आया गणपति का मेला 

छोड़ो छोड़ो घर का झमेला----[1]

इस मेले में ब्रम्भा जी भी आये,संग में ब्रम्भानी भी लाये 

देखो कोई न आया अकेला,आया आया गणपति का मेला 

छोड़ो छोड़ो घर का झमेला----[2]

इस मेले में विष्णु जी आये,संग में अपने लक्ष्मी को लाये 

देखो कोई न आया अकेला,आया आया गणपति का मेला 

छोड़ो छोड़ो घर का झमेला----[3]

इस मेले में शंकर जी आये,संग में अपने गोरा जी लाये 

देखो कोई न आया अकेला,आया आया गणपति का मेला 

छोड़ो छोड़ो घर का झमेला----[4]

इस मेले में राम जी भी आये,संग में अपने  सीता जी को लाये 

देखो कोई न आया अकेला,आया आया गणपति का मेला 

छोड़ो छोड़ो घर का झमेला----[5]

इस मेले में श्याम जी आये,संग में अपने राधा जी को लाये 

देखो कोई न आया अकेला,आया आया गणपति का मेला 

छोड़ो छोड़ो घर का झमेला----[6]

इस मेले में मैया जी आई,संग में अपने भेरू जी को लाई 

देखो कोई न आया अकेला,आया आया गणपति का मेला 

छोड़ो छोड़ो घर का झमेला----[7]

ganesh bhajan

     Ganesh Bhajan

                 Conciusion-Ganesh Bhajan lyrics



Maa Kali Bhajan

 घुंघरू छम छमा छम बाजे रे,महा काली के साथ में भेरू जी नांचे रे 

घुंघरू छम छमा छम बाजे----[1]

काली माँ की चुनरी रे, कालो है पोषक 

मैया लप लप जिप निकाले रे माँ काली के साथ में भेरू जी नांचे रे 

भेरू जी नांचे रे भेरू जी नांचे रे 

घुंघरू छम छमा छम बाजे----[2]

पांवाघढ़ का दुनघड उपर मेला री भरमार 

नर नारी थारा दर्शन करवा आवे बारंबार मैया सबका काज संवारे रे 

महाकाली के साथ भेरू जी नांचे रे 

भेरू जी नांचे रे भेरू जी नांचे रे 

घुंघरू छम छमा छम बाजे----[3]

बन्झिया तो बेटो मांगे निर्धनया धनधान,न्याय करो काली मैया 

दो भक्ति वरदान पुजारी जय जयकार लगावे रे 

महाकाली के साथ भेरू जी नांचे रे 

भेरू जी नांचे रे,भेरू जी नांचे रे 

घुंघरू छम छमा छम बाजे----[4]

भक्त जनों चरणों में चाकर,लाज रखो मेरी माँ 

सबको बेडो पर लगादो रे महाकाली के साथ भेरू जी नांचे रे 

भेरू जी नांचे रे,  भेरू जी नांचे रे 

घुंघरू छम छमा छम बाजे 

Mata Bhajan lyrics

         Mata Bhajan lyrics

                   Conciusion- Mata Bhajan lyrics

Ram Bhajan lyrics

म्हारा हरिया वन का सोवटिया थाने राम मिले तो कईजे रे 

राम मिले तो कईजे रे भगवान मिले तो कईजे रे 

म्हारा----[1]

सोना रुपालो थारे पिंजरों बनायो जा में बैठो रईजे रे 

म्हारा हरिया वन का सोवटिया थाने राम मिले तो कईजे रे 

म्हारा----[2]

हथेली में थाने चुगो चुगाओनीर गंगा जल पियाऊ रे

म्हारा हरिया वन का सोवटिया थाने राम मिले तो कईजे रे 

म्हारा----[3]

इन पिंजरे में दस दरवाजे आवत जावत रईजे रे 

म्हारा हरिया वन का सोवटिया थाने राम मिले तो कईजे रे 

म्हारा----[4]

नहीं रे चंदा नहीं रे सुरिया अटल भवन में रईगयो रे 

म्हारा हरिया वन का सोवटिया थाने राम मिले तो कईजे रे 

म्हारा----[5]

एक बार छोड़ कर जावे रे सोवटियो नहीं मिलणी आशारे

म्हारा हरिया वन का सोवटिया थाने राम मिले तो कईजे रे 

म्हारा----[6]

के मीरा बाई सुनरे सोवटिया हरी गुण गातो रईजे रे 

म्हारा हरिया वन का सोवटिया थाने राम मिले तो कईजे रे 

म्हारा----[7] 

ram bhajan lyrics


        Ram Bhajan Lyrics

                         Conciusion-Ram Bhajan lyrics

Krishna Bhajan



 परसों का वादा करके गए हो कन्हिया [2]

अभी लोटने का इरादा नहीं है 

परसों का वादा----[1]

सुनी है देखो तुम बिन मधुबन कन्हिया [2]

यह गोपियों का गुजारा नहीं है 

परसों का वादा----[2]

गए जबसे मथुरा को पीठाई है पाठी 

खता क्या हम से हुई किनी जुदाई 

रोते है सारे ब्रज के गोपी और ग्वाले 

अब आजा नन्दके दुलारे 

परसों का वादा----[3]

राधा तेरे नाम की बनी है दीवानी 

प्रेम मेने तुमसे किया किनी है नादानी 

रोती है सखिया सारी नंदबाबा रोये 

अब तो आजा कृष्ण कन्हिया 


परसों का वादा करके गए हो कन्हिया [2]

अभी लोटने का इरादा नहीं है 

Krishna Bhajan

  Krishna Bhajan

       Conciusion- Krisna Bhajan lyrics

krishna bhajan,Meri jindgi sanwar jaye

मेरी जिन्दगी संवर जाये अगर तुम मिलने आ जाओ  [2]

तम्मना फिर मंचल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ 

मेरी जिन्दगी----[1] 

झलकते आँख से आंसू कही बेकार न हो जाये 

चरण छु कर बने मोती अगर तुम मिलने आ जाओ  [2]

मेरी जिन्दगी----[2]

करम से बन गया पत्थर नहीं है रूप कोई मेरा 

तरीके से संभल जाऊ अगर तुम मिलने आ जाओ  [2]

मेरी जिन्दगी----[3]

भटकता हु मै दर तेरे, तेरे दीदार के खातिर 

तम्मना फिर मंचल जाये अगर तुम मिलने आ जाओ [2]

मेरी जिन्दगी----[4]

krishna bhajan

   Krishna Bhjan

          Conciusion- Krishna Bhajan



Ganesh bhajan,Teri jai ho ganesh

 प्रथमे गुरु को वंदना दिव्तीय आदि गणेश 

तितीय सुमिरो शारदा मेरे कंठ करो प्रवेश


तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश 2

किस जननी ने तेनु जन्म दियो है,

किस जननी ने तेनु जन्म दियो है [2]

किस ने दियो उपदेश

तेरी जय हो गणेश,तेरी जय हो गणेश----[1]

माता गोरा ने तेनु जन्म दियो,

माता गोरा ने तेनु जन्म दियो

शिव ने दियो उपदेश

तेरी जय हो गणेश,तेरी जय हो गणेश----[2]

सुमरे चरण तेरा ध्यानु यश गावे,

ह्रदय करो प्रवेश 

तेरी जय हो गणेश,तेरी जय हो गणेश----[3]

ganesh bhajan

   kunj bihari aarti

          Conciusion- Ganesh  bhajan


Narayan Bhajan, लक्ष्मी के पति

 लक्ष्मी के पति जग के स्वामी छीर सागर मै बैठे है  [2]

 लक्ष्मी के पति----[1] 

भाग लक्ष्मी का भी खुल गया है,

विष्णु जैसा पति मिल गया है 

कोई जाकर के बैकुंठ में देखो,

सेज छैया में लेटे मिलेंगे [2]

 लक्ष्मी के पति----[2]

 गोरा का भी खुल गया है,

भोले जैसा पति मिल गया है 

कोई जाकर के पर्वत पे देखो,

भोले डमरू बजाते मिलेंगे [2]

 लक्ष्मी के पति----[3]

भाग राधा का भी खुल गया है, 

कृष्ण जैसा पति मिल गया है 

कोई जाकर वृन्दावन में देखो,

श्याम बंशी बजाते मिलेंगे [2]

 लक्ष्मी के पति----[4]

shriman narayan narayan bhajan

  shriman narayan narayan bhajan

       Conciusion- shriman narayan narayan bhajan


kunj bihari aarti

आरती कुंजबिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की [2]

गले में बेजंतीमाला  बजाबे मुरली मधुर बाला 

श्रवण में कुंडल झलकारा नन्द के आनंद नंदलाला 

गगन सम अंग कांति कालीराधिका चमक रही आली 

लतन में ठाडे बनमाली 


भ्रमर सी अलक ,कस्तूरी तिलक,चन्द्र सी झलक 

ललित छवि श्यामा प्यारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की 

आरती कुंजबिहारी की----[1]


कनकमय मोर मुकुट बिलसे, देवता दर्शन को तरसे 

गगन सो सुमन रासी बरसे 


बजे मुरचंग ,मधुर मिरदंग,ग्वालिन संग 

अतुल रति गोप कुमारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की 

आरती कुंजबिहारी की----[2]


जहा ते प्रकट भई गंगा , सकल मन हारिणी श्री गंगा 

स्मरण ते होत मोह भंगा 


बसी शिव सीस ,जटा के बिच,हरे अघ कीच,

चरन छवि श्री बनवारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की 

आरती कुंजबिहारी की----[3]


चमकती उज्जवल तट रेनू,बज रही वृन्द्रावन बेनु 

चन्हु दिसी गोपी ग्वाल धेनु 


हंसत म्रदु मंद,चांदनी चंद,कटत भव फंद

टेर सुन दिन दुखारी की,श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की 

आरती कुंजबिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की [3]

kunj bihari aarti

  kunj bihari aarti

       Conciusion- kunj bihari aarti lyrics

Jagdish ji aarti

ॐ जय जगदीश हरे,स्वामी जय जगदीश हरे 

भक्त जनों के संकट,दास जनों के संकट 

क्ष्ण में दूर करे 

ॐ जय जगदीश हरे----[1]


जो ध्यावे फल पावे,दुख बिनसे मन का,स्वामी दुख बिनसे मन का 

सुख सम्पति घर आवे,कस्ट मिटे तन का 

ॐ जय जगदीश हरे----[2]

मात पिता तुम मेरे,शरण गहू किसकी,स्वामी शरण गहू में किसकी 

तुम बिन और न दूजा [2] 

आस करू में किसकी 

ॐ जय जगदीश हरे----[3]

तुम पूरण परमात्मा,तुम अंतर्यामी,स्वामी तुम अंतर्यामी 

पारब्रह्म परमेश्वर  [2]

तुम सबके स्वामी 

ॐ जय जगदीश हरे----[4]

तुम करुना के सागर,तुम पालन कर्ता,स्वामी तुम पालन कर्ता 

में मुरख फलकामी,तुम सेवक तुम स्वामी 

कृपा करो भरता 

ॐ जय जगदीश हरे----[5]

तुम हो एक अगोचर,सबके प्राणपति,स्वामी सबके प्राणपति 

किस विधि मिलु दयामय [2]

ॐ जय जगदीश हरे----[6]

दिन बंधू दुख हरता,ठाकुर तुम मेरे,स्वामी रक्षकतुम मेरे 

अपने हाथ उठाओ,अपने शरण लगाओ 

द्वार पड़ा तेरे 

ॐ जय जगदीश हरे----[7]

विषय विकार मिटाओ,पाप हरो देवा,स्वामी पाप हरो देवा 

श्रद्धा भक्ति बढाओ [2]

संतान की सेवा 

ॐ जय जगदीश हरे-----[8]

Jagdish ji aarti

  Jagdish ji aarti

       Conciusion - Jagdish ji aarti

Hanuman ji aarti

आरती कीजे हनुमान लला की 

दुष्ट दलन रघुनाथ कला की 


जाके बल से गिरवर कांपे 

रोग दोष जाके निकट न झांके 

अंजनी पुत्र महा बलदाई 

संतन के प्रभु सदा सहाई

आरती----[1]

दे वीरा रघुनाथ पठाए

लंका जारी सिया सुधि लाये 

लंका सो कोट समुद्र सी खाई 

जात पवनसुत बार न लाई

आरती----[2]

लंका जारी असुर संहारे 

सिया राम जी के काज संवारे 

लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे 

लाये संजीवन प्राण उबारे

आरती----[3]

पैठी पताल तोरी जमकारे 

अहिरावन की भुजा उखारे 

बाई भुजा असुर दल मारे

दाहिने भुजा संतजन तारे 

आरती----[4]

सुर नर मुनि जन आरती उतारे 

जय जय जय हनुमान उचारे 

कंचन थाल कपूर लौ छाई

आरती करत अंजना माई 

आरती----[5]

जो हनुमान की आरती गावे 

बसही  बैकुंठ परम पद पावे 

लंक विध्वंस किये रघुराई

तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई

आरती----[6]-

hanuman aarti

  Hanuman ji aarti

       Conciusion- Hanuman ji aarti


Ganesh ji aarti

जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा 

माता जाकी पार्वती पिता महादेवा 


एक दन्त दयावंत चार भुजा धारी 

माथे सिंदूर सोहे मुसे की सवारी 

जय गणेश----[1]

पान चढे फुल चढे और चढ़े मेवा 

लडुवन का भोग लगे संत करे सेवा 

जय गणेश----[2]

अंधन को आँख देत कोढ़िन को काया 

बाँझन को पुत्र देत निर्धन को माया 

जय गणेश----[3]

सुर श्याम शरन आये सफल कीजे सेवा 

माता जाकी पार्वती पिता महादेवा 

जय गणेश----[4]

दिनन की लाज रखो शंभू सूतवारी 

कामना को पूर्ण करो जाऊ बलिहारी

जय गणेश----[5]

ganesh ji aarti
  Ganesh ji aarti

     Conciusion- shri Ganesh ji aarti

Durga maa aarti

अम्बे तू है जगदम्बे काली जय दुर्गे खप्पर धारी 

तेरे ही गुण गाये भारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती 


तेरे भक्त जनों पर माता भीर पड़ी है भारी माँ 

दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी

सो सो सिंहो से बलशाली अष्ट भुजाओ वाली 

दुष्टो को पल में संहारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती 

अम्बे 1

माँ बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता 

पूत कपूत सुने है पर न माता सुनी कुमाता 

सब पे करुणा दरसाने वाली अमृत बरसाने वाली 

दुखियो के दुखडे निवारतीओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती 

अम्बे 2

नहीं मांगते धन और दौलत न चांदी न सोना माँ 

हम तो मांगे माँ तेरे मन में एक छोटा सा कोना 

सबकी बिगड़ी बनाने वाली लाज बचाने वाली 

सतियो के सत को संवारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती 

अम्बे 3

चरन शरन मै खड़े तुम्हारी ले पूजा की थाली 

वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली 

माँ भर दो भक्ति रस प्याली अष्ट भुजाओ वाली 

भक्तो के कारज तू ही सारती ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती 

अम्बे 4

Durga maa aarti

  Durga maa aarti

       Conciusion- Durga maa aarti lyrics

Durga maa aarti

जय अम्बे गोरी मैया जय श्यामा गोरी 

तुमको निशदिन ध्यावत हरी ब्रह्मा शिवरी 

ॐ जय----[1]

मांग सिंदूर विराजत तिको म्रगमद को 

उज्जवल से दोउ नैना चंद्रवदन निको 

ॐ जय----[2]

कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राजे 

रक्त्पुष्प गल माला कंठन पर साजे

ॐ जय----[3]

केहरी वाहन राजत खडग खप्पर धारी

सुर नर मुनिजन सेवत तिनके दुख हारी 

ॐ जय----[4]

कानन कुंडल शोभित नासाग्रे मोती 

कोटिक चन्द्र दिवाकर सम राजत ज्योति 

ॐ जय----[5]

शुम्भ निशुम्भ बिदारे महिषासुर घाती

धुर्मविलोचन नैना निशदिन मदमाती 

ॐ जय----[6]

चण्ङ मुण्ङ संहारे शोणित बिज हरे 

मधु केटव दोउ मारे सुर भयहीन करे 

ॐ जय----[7]

ब्रह्माणी रुद्राणी तुम कमला रानी 

आगम निगम बखानी तुम शिव पटरानी 

ॐ जय----[8]

चोसठ योगिनी मंगल गावत नर्तय करत भैरव

बाजत ताल म्र्दंगा अरु बाजत डमरू 

ॐ जय----[9]

तुम ही जग की माता तुम ही हो भरता 

भक्तन की दुख हरता सुख सम्पति करता 

ॐ जय----[10]

भुजा चार अति शोभित वर मुद्रा धारी

मन वांछित फल पावत सेवत नर नारी 

ॐ जय----[11]

कंचन थाल विराजत अगर कपूर बाती

श्रीमालकेतु में राजत कोटि रतन ज्योति 

ॐ जय----[12]

श्री अम्बे जी की आरती जो कोई नर गावे 

कहत शिवानन्द स्वामी शुख संपति पावे 

ॐ जय----[13]

जय अम्बे गोरी मैया जय श्यामा गोरी 

Durga maa aarti

  Durga maa aarti

       Conciusion- Durga maa aarti lyrics

mahadev aarti

ॐ जय शिव ओमकारा स्वामी जय शिव ओमकारा 

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्द्धांगी धारा

ॐ जय----[1]

एकानन चतुरानन पंचानन राजे 

हंसानन गरुडासन ब्रसवाहन साजे

ॐ जय----[2]

दो भुज चार चतुभूर्ज दसभुज अति सोहे 

त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे 

ॐ जय----[3]

अक्षमाला वरमाला मुंडमाला धारी 

चन्दन म्र्गमद सोहे भाले शशिधारी 

ॐ जय----[4]

श्वेताम्बरपीताम्बर बाघम्बर अंगे 

सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे 

ॐ जय----[5]

कर के मध्य कमंडल चक्र त्रिशूलधारी 

सुखकारी दुखहारी जगपालनकारी

ॐ जय----[6]

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका 

प्रणवाक्षर में शोभीत ये तीनो एका

ॐ जय----[7]

त्रिगुण स्वामी जी की आरती जो कोई नर गावे 

कहत शिवानन्द स्वामी सुख संपति पावे 

ॐ जय----[8]

लक्ष्मी व सावित्री पार्वती पार्वती संगा

पार्वती अर्द्धांगी शिवहरी गंगा 

ॐ जय----[9]

पर्वत सोहे पार्वती शंकर कैलासा 

भांग धतुरा का भोजन, भस्मी मै वासा

ॐ जय----[10]

जटा मै गंग बहत है गल मुंडन माला 

शेष नाग लिपटावत ओढत मर्गछाला 

ॐ जय----[11]

काशी मै विराजे विश्वनाथ नंदी ब्रह्माचारी

नित उठ दर्शन पावत महिमा अति भारी

ॐ जय----[12]

ॐ जय शिव ओमकारा स्वामी जय शिव ओमकारा 

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अर्द्धांगी धारा

mahadev aarti

  Mahadev aarti

        Conciusion- mahadev aarti

krishna Bhajan,नहीं मानेरी यशोदा थारो बनवारी

नहीं मानेरी यशोदा थारो बनवारी 

मुरली बजावे कान्हो प्यारी प्यारी 

नहीं माने----[1]

एक दिना गई यमुना नहाने  [2]

म्हारी चिर चुरावे थारो बनवारी मुरली बजावे कान्हो  प्यारी-प्यारी 

नहीं माने----[2]

एक दिना मै छाछ बिलोरू [2]

म्हारो माखन खावे थारो बनवारी मुरली बजावे कान्हो  प्यारी-प्यारी 

नहीं माने----[3]

एक दिना गई विंद्रावन में [2]

म्हारे नांच नचावे थारो बनवारी मुरली बजावे कान्हो प्यारी-प्यारी 

नहीं माने----[4]

krishna Bhajan

  Krishna bhajan

       Conciusion- krishna bhajan  lyrics




Krishna Bhajan, मैया दे दो म्हारो मदन गोपाल

                          दोहा

मीरा गढ़ से उतरी राणा पकडियो हाथ 

छोड दे राणा हाथ मारो सांवरियो भरतार 


मैया दे दो म्हारो मदन गोपाल जद जाऊ सासरियों [2]


पांच बरस की उमर हमारी जब से प्रेम कियो गिरधारी 

म्हारे और न कोई सुवाई कोणी जाऊ सासरियो [2]

मैया----[1]

सांवली सूरत मोहनी मूरत मै तो वर पायो गोपाल 

जद जाऊ सासरियो [2]

मैया----[2]

मात-पिता और कुटुम कबीलों ये दो दिन का रेन झमेला 

म्हारी नैया लगादो पार जद जाऊ सासरियो [2]

मैया----[3]

Krishna Bhajan

    Krishna Bhajan

             Conciusion- Krishna bhajan

Krishna Bhajan,श्याम सुन्दर से बोली मुरलिया

श्याम सुन्दर से बोली मुरलिया,

तुम बजने के काबिल नहीं हो [2]


में तो सीधी बांस की बसुरिया,

तुम तो टेढ़े हो मेरे सांवरिया 

तुम तो नटखट हो मेरे कन्हिया,

मुह लगाने के काबिल नहीं हो 

श्याम सुन्दर से बोली ----[1]

तुम तो वन-वन में गैया चराते,

और घर-घर में माखन चुराते 

तेरी चोरी की आदत बुरी है,

घर बुलाने के काबिल नहीं हो 

श्याम सुन्दर से बोली ----[2]

मेरी गोरी है राधा प्यारी,

तुम तो काले हो मेरे सांवरिया 

तेरे दो-दो पिता दो-दो मैया,

मेरी राधारानी के काबिल नहीं हो

श्याम सुन्दर से बोली----[3]

Krishna Bhajan

    Krishna Bhajan

         Conciusion- Krishna bhajan





Krishna Bhajan,अपने मोहन की सुनलो शिकायत


                           दोहा 

मुरली बजा के श्याम ने मन को लुभा लिया

मटकी गिरा के श्याम ने माखन चुरा लिया 


अपने मोहन की सुनलो शिकायत 

वो बताने के काबिल नहीं है 

अपने मोहन----1

मैया पहली शिकायत हमारी बागो मै मिले मुरारी 

उसने मारी जो नेन कटारी मेरी छुट गई फूलो की ओड़ारी

अपने  मोहन----2

मैया दूसरी शिकायत हमारी घट पे मिले मुरारी 

उसने खिंची चुनरिया हमारी मुंह दिखाने के काबिल 

अपने मोहन----3

मैया तीसरी शिकायत हमारी गलियों मै मिले थे मुरारी 

उसने पकड़ी कलाई हमारी वो बताने के काबिल नहीं है 

अपने मोहन----4

Krishna Bhajan

    Krishna Bhajan

             Conciusion- Krishna bhajan



Krishna Bhajan,लगन तुमसे लगा बैठे

लगन तुमसे लगा बैठे,जो होगा देखा जायेगा [2]

जो होगा देखा जायेगा,जो होगा देखा जायेगा 

तुम्हे अपना बना बैठे,जो होगा देखा जायेगा 

लगन----[1]

कभी दुनिया से डरते थे,की छुप-छुप याद करते थे [2]

लो अब पर्दा उठा बैठे,जो होगा देखा जायेगा 

लगन----[2]

कभी ये ख्याल था दुनिया,हमे बदनाम कर देगी [2]

शर्म अब बैच खा बैठे,जो होगा देखा जायेगा 

लगन----[3]

सजा दो घर को गुलशन सा,मेरे सरकार आये है [2]

हुई रोशन मेरी गलिया,मेरे सरकार आये है 

लगन----[4]

दीवाने बन गए तेरे,तो फिर दुनिया से क्या लेना [2]

तेरी चरणों  मै आ बैठे,जो होगा देखा जायेगा 

लगन----[5]

तेरी गलियों का हु आशिक,तू एक नगीना है 

तेरी गलियों में आ बैठे,जो होगा देखा जायेगा 

लगन----[6]

Krishna Bhajan

    Krishna Bhajan

             Conciusion- Krishna bhajan

 




Krishna Bhajan,तेरी चोखट पे आना

तेरी चोखट पे आना मेरा काम था

मेरी बिगड़ी बनाना तेरा काम है  [2]

तेरी चोखट   1

सारे दर छोड़ कर तेरे दर आ गया

अब गले से लगाना तेरा काम है   [2]

तेरी चोखट  2

जाम उल्फत  का मुझको पिलासा किया

तेरी बिन मेरी कोई सुनता नहीं 

छोड दी मैंने कश्ती तेरे नाम पर 

अब किनारे लगाना तेरा काम है  [2]

तेरी चोखट 3

जब से पहनी है माला तेरे नाम की 

तब से दुनिया रही ना मेरे काम की 

अब ख़ुशी दो या गम दो ये मर्जी तेरी 

अब हँसना रुलाना तेरा काम है   [2]

तेरी चोखट 

देने वालो ने तुझको बहुत कुछ दिया 

मेरे चरणों मै सर को झुका ही दिया 

मुझको ह्रदय लगाना तेरा काम है 

दान भक्ति का देना तेरा काम है [2]



Krishna Bhajan

          

     Krishna Bhajan

           Conciusion- Krishna bhajan

 




Krishna Bhajan,जब से देखा तुम्हे

जब से देखा तुम्हे मुरली वाले 

दिल हमारा ठिकाने नहीं है  [2]

जब से ----[1]

आँख वालो ने तुमको जो देखा 

कान वालो ने तुमको सुना है 

तुमको देखा उसी ने रे मोहन 

जिसकी आँखों मै पर्दा नहीं है  [2]

जब से ----[2]

लोग पिते है पी पी के गिरते 

हमतो पिते है गिरते नहीं  है 

हमतो पिते है सत्संग का प्याला 

कोई अंगूरी या मदिरा नहीं है  [2]

जब से ----[3]

हर किसी को ये चढ़ती नहीं है 

जिसकी चढ़ती उतरती नहीं है 

हमतो पिते है दुनिया से जीते 

अब ज़माने की परवा नहीं है [2]

जब से ----[4]

Krishna Bhajan

    Krishna Bhajan

             Conciusion- Krishna bhajan

Hanuman Bhajan,लाल लंगोटा हाथ मै सोटो


लाल लंगोटो बाला हाथ मै सोटो

थाने सुमरा पवन कुमार बजरंग बालाजी 

लाल लंगोटा-----1

माँ अंजली रा पुत्र कहिजो [2]

थे तो राम जी रा करिया काज बजरंग बालाजी 

लाल लंगोटा-----2

लंका जाई सिया सुदी लाये [2]

थे तो रामजी रा कहिजो दास बजरंग बालाजी 

लाल लंगोटा-----3

तेल सिन्धुर चडे तन उपर  [2]

मंगल और शनिवार बजरंग बालाजी 

लाल लंगोटा------4

शालासर थारो देवरों है  [2]

थारी ध्वजा फरुखे आसमान बजरंग बालाजी 

लाल लंगोटा------5

चेन सिंह  चरना रो चाकर [2]

म्हाने दो  भक्ति वरदान बजरंग बालाजी 

लाल लंगोटा -----6

Hanuman Bhajan

             Conciusion- Hanuman Bhajan lyrics

हो तेरी जटा मै गंगा विराजे

हो तेरी जटा मै गंगा विराजे गले मै सर्पो की माला

रे भोला डमरू वाले

हो तेरी जटा---- 1

तन पे तेरे भस्मी रमाये कानो मै कुंडल साजे

रे भोला डमरू वाले

हो तेरी जटा----2

तन पे तेरे है मर्ग छाला गले मै सर्पो की माला

रे भोले डमरू वाले

हो तेरी जटा----3

जो भी तेरे दर पे आये बिन मांगे फल पाए

रे भोले डमरू वाले

हो तेरी जटा----4



हर हर सम्भु सम्भु

हर हर सम्भु सम्भु सम्भु सम्भु शिव महादेवा [2]

कपूरगोरं करुणाव्तारम संसारसारं भुजगेन्द्रहारम [2]

सदाबसन्तम ह्रदयारविन्दे भवमभवानी सहितं नमामि [2]

हर हर सम्भु----[1]

सानन्दमानन्दवने वसंत्मानन्दकंद हतपापव्र्न्दम 

वारानसीनाथमनाथनाथं श्रीविश्वनाथं शरणम् प्रपधे

हर हर सम्भु----[2]

अवन्तीकायाम विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम

अकालमृत्योः परिरक्षनाथम वन्दे महाकालमहासुरेशम

हर हर सम्भु----[3]

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माग्ङरागाय महेश्वराय 

नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मे नकाराय नमः शिवाय

हर हर सम्भु----[4]




लल्ला की सुनके मै आई

लल्ला की सुनके मै आई यशोदा मैया देदो बधाई 

कान्हा की सुनके मै आई यशोदा मैया देदो बधाई  2

लल्ला----[1]

चोली भी देदो मैया चुनरी भी देदो 

लहंगे की देदो सिलाई यशोदा मैया देदो बधाई  2

कान्हा ----[2]

हार भी देदो मैया कंगन भी देदो 

नथनी की देदो गढ़ाई यशोदा मैया देदो बधाई 2

लल्ला----[3]

हिरा भी देदो मैया मोती भी देदो 

बंशी की देदो पुआई यशोदा मैया देदो बधाई 

कान्हा----[4]

युग युग जीवे तेरा बांकेबिहारी 

भक्तो की होवे मन चाही यशोदा मैया देदो बधाई 

लल्ला----[5]





जरा इतना बता दे कान्हा

जरा इतना बता दे कान्हा तेरा रंग काला क्यों  [2]

काला होकर भी जग से निराला क्यों 

जरा----[2]

मैंने  मथुरा मै हो जन्म लिया [2]

वह कंस का मन भी काला इसी लिए मै काला

जरा व्----[2]

मैंने यमुना जी को पार किया [2]

यमुना का रंग भी काला इसी लिए मै काला

जरा ----[2]

मैंने काली रात मै जन्म लिया [2]

रातो का रंग भी काला इसी लिए मै काला 

जरा ----[2]

मैंने काली गाय का दुध पिया [2]

मेरी गायो का रंग भी काला इसी लिए मै काला

जरा ----[2]

मैंने कालिया नाग पे नांच किया [2]

नागो का रंग भी काला इसी लिए मै काला

जरा ----[2]

सखी बालो मै गजरा लगाती है [2]

मेरे मन को बहुत लुभाती है 

बालो का रंग भी काला इसी लिए मै काला 

जरा----[2]    







भोले को कैसे मै मनाऊ

भोले को कैसे मै मनाऊ रे मेरा भोला न माने 

भोला न माने  मेरा शंकर न माने

भोले----1

भोले को भाए न लड्डू पेडा,

भांग कहा से लाऊ रे मेरा भोला न माने 

भोले----2

भोले को सोहे न साल दुसाला,

बगम्बर कहा से लाऊ रे मेरा भोला न माने 

भोले----3

भोले को सोहे न हाथी घोडा,

बेल कहा से लाऊ रे मेरा भोला न माने 

भोले----4











तेरी जटा बड़ी प्यारी

तेरी जटा बड़ी प्यारी ओ भोला भंडारी

भोला भंडारी मेरा भोला भंडारी [2]

तेरी जटा----1

तेरी जटा मै गंगा विराजे, 

नाहवे दुनिया सारी ओ भोला भंडारी 

तेरी जटा----2

तेरे गले मै सर्पो की माला,

डर जाये दुनिया सारी ओ भोला भंडारी

तेरी जटा----3

भोले के हाथो मै डमरू विराजे,

नाचे दुनिया सारी ओ भोला भंडारी

तेरी जटा----4

तेरी बगल मै गोरा विराजे, 

जोड़ी लागे अति प्यारी ओ भोला भंडारी

तेरी जटा----5






आ मन बैठ जरा श्री राम जी के चरणों मै

आ मन बैठ जरा श्री राम जी के चरणों मै

राम जी के चरणों मै प्रभु जी के चरणों मै 

आ मन-----[1]

ये जग सपना है ,कोई नहीं अपना है 

राम जी को अपना बना,बैठ राम जी के चरणों मै

आ मन-----[2]

सुबह और स्याम हुई , उमर  तमाम हुई 

थोडा तो समय निकाल,बैठ राम जी के चरणों मै

आ मन-----[3] 

पाप और पुण्य सभी राम जी को अर्पण है 

राम जी को दुनिया बना बैठ राम जी के चरणों मै 

आ मन-----[4]

करुणा की एक नजर हम पर पड आई 

तेरा उद्धार होगा बैठ राम जी के चरणों मै

आ मन बैठ जरा श्री राम जी के चरनो मै

राम जी के चरणों मै प्रभु जी के चरणों मै 






गजानंद महाराज पधारो

                        

                         धोआ

प्रथम मनाये गणेश के, धयाऊ शारदा मात

मात पिता  गुरु प्रभु चरण मै नित्य नमायु माथ


गजानंद महाराज पधारो कीर्तन की तैयारी है

आओ आओ वेगा आओ चाव दरश को भारी है

गजानंद----1

थे आओ जद काम बनेला थापर महारी बाजी है

ओ रणत भंवर गढ़ वाला सुनलो चिंता म्हाने लागी है

देर करो मत न  तरसाओ चरणा अरज हमारी है

गजानंद----2

रिद्धि सिद्धि संग आओ विनायक देव दरश थारा भगता ने 

भोग लगावा धोक लगावा पुष्प चढ़ावा चरणा मै

ओ गजानंद थारा हाथा मै अब तो लाज हमारी है

गजानंद----3

भगता की तो विनती सुनलो शिव सूत प्यारो आयो है

जय जयकार करो गणपती की म्हारो मन हरसायो है

बरसेगा अब रस कीर्तन मै भगतो महिमा भारी है

गजानंद----4 






Ganesh Bhajan

गजानन्द महाराज आज मेरी नैया पार लगा देना [2] नैया पार लगा देना मेरी नैया पार लगा देना  गजानन्द महाराज----[1] रणत भंवर घढ़ धाम निराला भक्तो को...