लक्ष्मी के पति जग के स्वामी छीर सागर मै बैठे है [2]
लक्ष्मी के पति----[1]
भाग लक्ष्मी का भी खुल गया है,
विष्णु जैसा पति मिल गया है
कोई जाकर के बैकुंठ में देखो,
सेज छैया में लेटे मिलेंगे [2]
लक्ष्मी के पति----[2]
गोरा का भी खुल गया है,
भोले जैसा पति मिल गया है
कोई जाकर के पर्वत पे देखो,
भोले डमरू बजाते मिलेंगे [2]
लक्ष्मी के पति----[3]
भाग राधा का भी खुल गया है,
कृष्ण जैसा पति मिल गया है
कोई जाकर वृन्दावन में देखो,
श्याम बंशी बजाते मिलेंगे [2]
लक्ष्मी के पति----[4]
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