Krishna Bhajan,श्याम सुन्दर से बोली मुरलिया

श्याम सुन्दर से बोली मुरलिया,

तुम बजने के काबिल नहीं हो [2]


में तो सीधी बांस की बसुरिया,

तुम तो टेढ़े हो मेरे सांवरिया 

तुम तो नटखट हो मेरे कन्हिया,

मुह लगाने के काबिल नहीं हो 

श्याम सुन्दर से बोली ----[1]

तुम तो वन-वन में गैया चराते,

और घर-घर में माखन चुराते 

तेरी चोरी की आदत बुरी है,

घर बुलाने के काबिल नहीं हो 

श्याम सुन्दर से बोली ----[2]

मेरी गोरी है राधा प्यारी,

तुम तो काले हो मेरे सांवरिया 

तेरे दो-दो पिता दो-दो मैया,

मेरी राधारानी के काबिल नहीं हो

श्याम सुन्दर से बोली----[3]

Krishna Bhajan

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