न जाओ श्यामा मथुरा में

न जाओ श्यामा मथुरा में

तेरे बिन जी नहीं लगता [2]


तुम्हारी याद आती है

हमारी जान जाती है [2]

न जाओ श्यामा मथुरा में

तेरे बिन जी नहीं लगता [2]


ना जाने क्या किया जादू

के तकती  रह गई अंखियां [2]

न जाओ श्यामा मथुरा में

तेरे बिन जी नहीं लगता [2]


दर्श को तरस रही अँखिया

दर्श  को खड़ी है सब सखिया [2]

न जाओ श्यामा मथुरा में

तेरे बिन जी नहीं लगता [2]




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

हैल्लो

Ganesh Bhajan

गजानन्द महाराज आज मेरी नैया पार लगा देना [2] नैया पार लगा देना मेरी नैया पार लगा देना  गजानन्द महाराज----[1] रणत भंवर घढ़ धाम निराला भक्तो को...